ज़िन्दगी एक लम्बा सफ़र है,
यहाँ हर मुसाफिर एक दुसरे से अलग है,
फिर भी कुछ तो ऐसा है
जो सबको इश्वर से जोड़ता है...
मिल जाते है अनजाने लोग,
जुड़ जाते है दिल के रिश्ते,
उम्र भर निभाने का वादा करके,
कुछ फिर अनजाने हो जाते है...
लेकिन कुछ मुसाफिर ऐसे भी होते है,
दिल को सहेजते है अपना समझकर,
प्यार भरे उस एक रिश्ते को,
जीवन की डोर से बांधकर,
निभाते है अपनी अंतिम सांस तक...
नीलिमा
Thursday, March 18, 2010
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