इन्तज़ार बहुत था
उनके आने का ,
पर उम्मीद नहीं.
लेकिन
जिसने नहीं छोडा साथ
कान्हा का,
जिसने हर पल किया
उसको याद ,
वो मीरा थी...
साथ जीने- मरने के ,
बिरले होते है जो
नहीं करते बात
साथ रहने की.
लेकिन
नहीं करते बात
साथ रहने की.
लेकिन
दूर होते हुए भी
जिसनेकान्हा से निभाया
वो मीरा थी...
मैं कब कहती हूँ
मिलता है सबको
सब कुछ यहाँ,
जिसने मानामैं कब कहती हूँ
मिलता है सबको
सब कुछ यहाँ,
एक कान्हा को
हक़ से अपना,
जो प्यार को
पूजा कहती थी
वो एक मीरा थी...